नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए बड़ा बदलाव लागू किया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में यहां नवनिर्मित यात्री सुविधा केंद्र का निरीक्षण किया और नए बदलावों की जानकारी दी। इसके तहत ट्रेनों के प्लेटफॉर्म में अस्थायी बदलाव किए गए हैं। साथ ही, प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री अब प्लेटफॉर्म पर नहीं, बल्कि होल्डिंग एरिया में होगी। यह सभी बदलाव त्योहारी सीजन में बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किए गए हैं। यह योजना यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने पर केंद्रित है।
इस बदलाव के तहत नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक नया स्थायी होल्डिंग एरिया बनाया गया है। यह लगभग 7,000 यात्रियों की क्षमता के लिए डिजाइन किया गया है। यहां यात्री टिकट खरीद सकते हैं, बैठ सकते हैं और अपनी ट्रेन का इंतजार कर सकते हैं। इससे प्लेटफॉर्म पर भीड़ कम होगी और यात्रा सुरक्षित होगी। रेलवे ने इस योजना को देश के अन्य स्टेशनों पर भी लागू करने की योजना बनाई है। यह एक बड़ा आधुनिकीकरण कदम है।
यात्री सुविधा केंद्र योजना का ओवरव्यू
विशेषता | विवरण |
योजना का नाम | यात्री सुविधा केंद्र (Passenger Facility Centre) |
लागू स्थान | नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) |
मुख्य उद्देश्य | यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करना और सुरक्षा बढ़ाना |
क्षमता | लगभग 7,000 यात्री |
मुख्य सुविधाएं | टिकट काउंटर, एटीवीएम, बैठने की व्यवस्था, शौचालय, पेयजल |
सुरक्षा उपाय | 18 सीसीटीवी, 5 मेटल डिटेक्टर, 5 सामान स्कैनर |
सूचना प्रणाली | 24 स्पीकर, 3 इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले |
अन्य बुनियादी ढांचा | फुट ओवर ब्रिज का विस्तार, मेट्रो से सीधा कनेक्शन |
प्लेटफॉर्म टिकट में बदलाव
अब यात्री प्लेटफॉर्म पर जाकर टिकट नहीं खरीद पाएंगे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्पष्ट किया कि प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री पूरी तरह से होल्डिंग एरिया में स्थानांतरित कर दी जाएगी। यह बदलाव भीड़ को कम करने के लिए जरूरी है। यात्री अब टिकट खरीदकर होल्डिंग एरिया में ही रुक सकते हैं।
इस नए व्यवस्था में 22 आधुनिक टिकट काउंटर और 25 स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनें (एटीवीएम) लगाई गई हैं। यह यात्रियों को तेजी से टिकट खरीदने में मदद करेगा। यह बदलाव त्योहारों के समय जैसे दिवाली और छठ पूजा के दौरान विशेष रूप से फायदेमंद होगा। यह एक बड़ा सुरक्षा सुधार है।
ट्रेनों के प्लेटफॉर्म में अस्थायी बदलाव
त्योहारी सीजन में भीड़ को संतुलित करने के लिए कई ट्रेनों के प्लेटफॉर्म अस्थायी रूप से बदले गए हैं। यह बदलाव 30 अक्टूबर 2025 तक लागू रहेगा। रेलवे ने इसके लिए एक विस्तृत योजना बनाई है। इसका मुख्य उद्देश्य यात्रियों को एक प्लेटफॉर्म पर जमा होने से रोकना है।
इन बदलावों के तहत भीड़ वाली ट्रेनों को अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट किया गया है। उदाहरण के लिए, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के प्लेटफॉर्म बदले गए हैं। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा से पहले रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या स्टेशन पर लगे सूचना पट पर अपनी ट्रेन का प्लेटफॉर्म जरूर चेक कर लें। यह एक अस्थायी उपाय है।
नए यात्री सुविधा केंद्र की विशेषताएं
नया यात्री सुविधा केंद्र तीन मुख्य क्षेत्रों में बंटा हुआ है: टिकटिंग से पहले, टिकटिंग क्षेत्र और टिकटिंग के बाद। यह व्यवस्था यात्रियों की आवाजाही को सुगम बनाती है। केंद्र में 200 यात्रियों के बैठने की क्षमता है। गर्मी से बचाव के लिए 18 उच्च मात्रा निम्न गति (एचवीएलएस) पंखे लगाए गए हैं।
यहां एक समर्पित शौचालय ब्लॉक भी बनाया गया है। यात्रियों को शुद्ध पेयजल आरओ सिस्टम के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। यह सुविधा यात्रियों के लिए बहुत फायदेमंद होगी। यह एक आधुनिक बुनियादी ढांचा है।
मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी में सुधार
रेलवे ने नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन के साथ बेहतर कनेक्टिविटी के लिए फुट ओवर ब्रिज 1 (एफओबी 1) का विस्तार किया है। अब मेट्रो से उतरने वाले यात्री सीधे होल्डिंग एरिया तक पहुंच सकते हैं। इससे प्लेटफॉर्म पर आने वाली भीड़ कम होगी। यह बदलाव मल्टीमॉडल यातायात को बढ़ावा देगा। यह एक बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड है।